वाराणसी। रूपापुर में नेशनल हाईवे के किनारे विधान बसेरा ढाबा के एक कमरे में बुधवार को एमएससी की छात्रा अलका बिंद (22) की गला रेत कर हत्या कर दी गई। शव के समीप ही सब्जी काटने वाला खून लगा चाकू पड़ा था। युवती को कमरे में लेकर आने वाला युवक उसका मोबाइल लेकर लापता है। ढाबा संचालक की सूचना पर पहुंची मिर्जामुराद थाने की पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। ढाबे के सीसी कैमरों की फुटेज और युवती की सहेलियों से पूछताछ कर पुलिस युवक का पता लगाने का प्रयास कर रही है। पुलिस ने पूछताछ के लिए ढाबा के तीन स्टाफ को हिरासत में लिया है। मिर्जामुराद थाना क्षेत्र के मेहंदीगंज गांव निवासी किसान चंद्रशेखर बिंद के दो पुत्रों और एक पुत्री में अलका सबसे बड़ी थी। चंद्रशेखर ने बताया कि एमएससी प्रथम वर्ष में पढ़ने वाली अलका सुबह नौ बजे अपना बैग लेकर खोचवा स्थित एक पीजी कॉलेज में पेपर देने की बात कह कर निकली थी। दोपहर 12 बजे के बाद अलका घर नहीं पहुंची तो उन्होंने उसके मोबाइल पर फोन किया। उसका मोबाइल स्विच ऑफ बता रहा था। उन्होंने खोचवा स्थित कॉलेज जाकर पूछा तो पता लगा कि अलका की कोई परीक्षा नहीं थी। अनहोनी की आशंका में उन्होंने मिर्जामुराद थाने जाकर पुलिस को अलका के लापता होने की सूचना दी। उसी दौरान पुलिस को सूचना मिली कि रूपापुर स्थित विधान बसेरा ढाबा के एक कमरे में एक युवती का शव मिला है। पुलिस के साथ चंद्रशेखर भी ढाबे पर गए। उन्होंने शव देख कर पुलिस को बताया कि उनकी बेटी अलका का है।ढाबा संचालक प्रगति नारायण सिंह से पुलिस ने पूछताछ की तो उसने बताया कि एक युवक सुबह लगभग 9 बजे ऑटो से आया था। उसके कुछ देर बाद एक युवती भी ऑटो से आई। दोनों ढाबा के पीछे स्थित कमरे में गए और दोपहर बाद तक थे। युवक कमरे से कब निकला, इसका किसी को पता नहीं लगा। शाम लगभग चार बजे कमरा खाली समझ कर स्टाफ सफाई करने गया तो उसने देखा कि एक युवती खून से लथपथ पड़ी थी। तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी गई।
आईडी प्रूफ के बगैर दिया था कमरा, होगी कार्रवाई
आकाश पटेल, डीसीपी गोमती जोन ने बताया कि जांच में सामने आया है कि ढाबा संचालक ने आईडी प्रूफ लिए बगैर युवक और युवती को कमरा दिया था। ढाबा संचालक किराये पर कमरा कैसे दे रहा था, इसकी जांच कराई जाएगी। इसके साथ ही बगैर आईडी प्रूफ के कमरा देने के आरोप में ढाबा संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। युवती की सहेलियों से पूछताछ कर सीसी कैमरे में कैद युवक को चिह्नित करने का प्रयास किया जा रहा है। युवती के पिता ने फिलहाल किसी को लेकर शंका नहीं जाहिर की है। क्राइम ब्रांच सहित पुलिस की पांच टीमें घटना के खुलासे के लिए लगाई गई हैं।