ट्रेनों में बम की झूठी सूचना देकर यात्रियों में भय फैलाने वाले को जीआरपी पुलिस ने किया गिरफ्तार
जंघई।गोरखपुर-कुर्ला, कामायनी, अयोध्या कैंट तक जाने वाली ट्रेनों में बम की झूठी सूचना देकर यात्रियों में भय फैलाने,भारतीय रेल के संचालन में अवरोध उत्पन्न करने वाले आरोपी को जीआरपी पुलिस वाराणसी ने फुट ओवर ब्रिज वाराणसी के प्लेट फॉर्म नंबर 10,11 की सीढ़ियों पर से रविवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।मछलीशहर थाना क्षेत्र के दियांवा महादेव का मूल निवासी 48 वर्षीय राजेश शुक्ला पुत्र लालमनि शुक्ला हाल पता मुंबई कोलीवाड़ा ने विगत 8 अप्रैल 25 को अयोध्या कैंट जाने वाली ट्रेन में बम होने की फर्जी सूचना रेलवे कंट्रोल प्रयागराज को दी थी।इतना ही नहीं इसने 2 जून को भी गोरखपुर से कुर्ला जाने वाली काशी एक्सप्रेस ट्रेन,कामायनी एक्सप्रेस ट्रेन में बम होने की झूठी सूचना रेलवे कंट्रोलर वाराणसी को दी थी।जिससे लगभग 3 घंटे तक उक्त ट्रेनों को जंघई स्टेशन पर रोक कर सघन तलाशी अभियान चलाया गया था।बम निरोधक दस्ते भी जंघई आकर गहन छान बीन किए थे।
उप महानिरीक्षक प्रयाग राज राहुल राज ,पुलिस अधीक्षक रेलवे अनुभाग प्रयागराज प्रशांत वर्मा के निर्देश पर पुलिस उपाधीक्षक रेलवे वाराणसी कुंवर प्रभात सिंह ने अज्ञात अपराधी पर वाराणसी में जीआरपी मे मुकदमा दर्ज कर अज्ञात आरोपी को खोज रही थी। जीआरपी इंस्पेक्टर वाराणसी रजौल नागर,उप निरीक्षक विनोद कुमार दलबल के साथ संदिग्धों की जांच कर रहे थे।पकड़े गए आरोपी के विरुद्ध रेलवे एक्ट की संगीन धाराओं में दर्ज मुकदमें के अंतर्गत चालान कर दिया गया।रेलवे पुलिस द्वारा झूठी सूचना देने वाले मोबाइल फोन को भी कब्जे में ले लिया है।
गिरफ्तार करने वाली टीम मे प्रभारी निरीक्षक जीआरपी वाराणसी कैंट रोज नागर, उप निरिक्षक विनोद सरोज, जंघई जीआरपी इन्चार्ज अरुण कुमार मिश्र, हेड कांस्टेबल संजय यादव, ओमकार यादव, सौभाग्य पाण्डेय, सत्येंद्र शान, कास्टेबल अनिरुद्ध, अभिजित, सर्विलांस टीम पुलिस अधीक्षक कार्यालय प्रयागराज शामिल रही।
आरपीएफ इन्सपेकटर -आलोक तिवारी ने बताया की काशी एक्सप्रेस मे बंम की झूठी सूचना देने वाले को जीआरपी पुलिस ने गिरफ्तार करके न्यायालय भेज दिया।