Wing Commander Vyomika Singh:
जब भी देश की हिफाजत की बात होती है, तो हम अक्सर टैंक, लड़ाकू विमान और युद्ध की कल्पना करते हैं। लेकिन इन सबके बीच जो असली हीरो होते हैं, वे हैं वो सैनिक जो आसमान से दुश्मन पर नजर रखते हैं। इन्हीं बहादुरों में से एक नाम है – विंग कमांडर व्योमिका सिंह।
भारतीय वायुसेना की इस महिला अधिकारी ने न केवल पुरुषों के वर्चस्व वाले क्षेत्र में अपनी जगह बनाई है, बल्कि कई मुश्किल मिशनों को सफलतापूर्वक अंजाम देकर देश का सिर गर्व से ऊंचा किया है।
कौन हैं हेलिकॉप्टर उड़ाने वाली जाबांज अफसर व्योमिका सिंह?
व्योमिका सिंह भारतीय वायुसेना की हेलिकॉप्टर यूनिट में तैनात हैं। उन्होंने चेतक और चीता जैसे हेलिकॉप्टर्स को उड़ाया है, जो दुर्गम इलाकों में मिशन के लिए इस्तेमाल होते हैं। उन्हें 18 दिसंबर 2004 को 21वीं शॉर्ट सर्विस कमीशन (महिला) फ्लाइंग पायलट कोर्स के तहत वायुसेना में शामिल किया गया था। ये IAF की जाबाज अफसरों में सुमार हैं। इनकी बहादुरी पर आपको भी गर्व होगा।
लंबा अनुभव, मजबूत हौसला
अपने दो दशकों के करियर में व्योमिका सिंह ने 2,500 से ज्यादा घंटे की उड़ान पूरी की है। उन्होंने पहाड़ों से लेकर रेगिस्तान तक, हर तरह की मुश्किल परिस्थितियों में उड़ान भरी है। उनके इस अनुभव ने उन्हें एक भरोसेमंद और निडर अधिकारी बनाया है। उनकी जिंदगी से जुड़ी कई कहानियां आज युवाओं के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं।
विंग कमांडर की पदोन्नति
18 दिसंबर 2017 को उन्हें विंग कमांडर के पद पर पदोन्नत किया गया। यह पद वायुसेना में एक वरिष्ठ और जिम्मेदार स्थान होता है, जिसे पाने के लिए समर्पण और उत्कृष्ट सेवा की आवश्यकता होती है।
ऑपरेशन सिंदूर पर दी जानकारी
आज यानी 7 मई 2025 को विंग कमांडर व्योमिका सिंह देशभर की नजरों में हैं। उन्होंने विदेश सचिव विक्रम मिस्री और कर्नल सोफिया कुरैशी के साथ मिलकर एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इसमें उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में जानकारी साझा की, जो पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों के खिलाफ चलाया गया एक बड़ा अभियान है।